Naruto Ep 1–3 Review: Akelapan Se Ninja Banane Tak
यहां Naruto Anime के पहले 3 एपिसोड की हिंदी में संक्षिप्त व्याख्या (Explanation) दी गई है :
इस Anime की शुरुआत – नो पूछ (Nine Tail Fox) का हमला
Naruto : इस एपिसोड की शुरुआत एक भयानक रात से होती है। जो 12 साल पहले लीफविलेज (कोनोहागाकुरे) पर एक भयानक राक्षस ने हमला कर दिया था – नो- पूछ (क्यूबी) जो की एक विशाल लोमड़ी अपने पूछ से पहाड़ों को गिरा देती थी, चारों तरफ जंगलों को नष्ट कर देती थी, जो कि गांव को तबाह करने लगी थी।और दूसरी तरफ लीफ विलेज के सभी निंजा अपनी जान देकर गांव को बचाने की कोशिश कर रहे थे। अंत में चौथे होकागे (मिनातो नामीकाज़े) उस राक्षस को रोकने के लिए एक शक्तिशाली सीलिंग जुत्सु का प्रयोग करते हैं तथा क्यूबी को एक नवजात बच्चे के अंदर बंद कर देते हैं ।
यह बच्चा — Naruto uzumaki ,चौथा होकागे उस रात अपनी जान गवा देते हैं लेकिन गांव को सुरक्षित कर देते हैं।
वर्तमान में — Naruto Uzumaki की शरारतें
आज का समय – एक पतला दुबला सुनहरे बालों वाला लड़का गांव के होकागे रॉक पर पेंट से बदमाशी कर रहा होता है। वह मुंछे और अजीब चीज पेंट कर देता है ।
उस बच्चे का नाम है Naruto Uzumaki जो अब 12 साल का हो गया है।
इरुका सेंन्सेई , जो उसके टीचर है और (एक बड़े भाई जैसे) उसे पकड़ लेते हैं और डांटते भी है। लेकिन हम देख सकते हैं कि यह इरुका के दिल में नरूटो के लिए बहुत प्यार है नरूटो को वह बाद में रायमेन नूडल्स भी खिलते हैं ।
एकेडमी – Naruto का फेल होना
हिडन लीव विलेज में निंजा एकेडमी में ग्रेजुएशन टेस्ट हो रहा होता है – जिसमें सभी को क्लोन जुत्सु छाया बनाना करना होता है, सभी बच्चे यह जुत्सु करके आसानी से पास हो जाते हैं , परंतु Naruto… वह यह जुत्सु नहीं कर पाता और पूरी तरह फेल हो जाता है। जब वह क्लोन जुत्सु करता है तब उसका क्लोन एक बीमार , मरी हुई लाश जैसी दिखती है और सब यह देखकर हंसते हैं। इरुका दुखी होकर उसे फेल कर देते हैं – यह नरूटो उजुमकी का तीसरी बार फेल होना है।
Naruto uzumaki बाहर से हंसता है परंतु वह अंदर से टूट चुका होता है ।
मिजुकी की चाल – सीक्रेट स्क्रॉल की चोरी
Naruto नरूटो से मिलने रात को एक और टीचर नरूटो से मिलने आता है जो टीचर मिजुकी होता हैं और नरूटो को बहकाता है :
वह कहता है अगर तुम होकागे के पास से सीक्रेट स्क्रॉल चुरा कर उसमें से एक जुत्सु सीख लेते हो तो तुम इस एकेडमी मैं पास हो जाओगे।
नरूटो अपनी मासूमियत में मन जाता हैं और वह स्क्रोल चुराता है , जंगल में जाकर शैडो क्लोन जुत्सु सीखने लगता है – और यह वही स्क्रॉल है जिसमें सबसे खतरनाक निषिद्ध जुत्सु होते हैं।
धोखा और सच्चाई
जब इरुका को यह पता चलता है कि नरूटो ने सीक्रेट स्कूल चुरा लिया है तो वह नरूटो को ढूंढने निकल जाते हैं । मिजुकी अपना असली चेहरा दिखता है और वह एक गद्दार है और वह स्क्रोल खुद चूरा कर नरूटो को फसाना चाहता है।
वह नरूटो को सच्चाई बताता है :
“तुम्हारे अंदर नो पूछ वाला राक्षस बंद है , इसीलिए गांव वाले तुमसे नफरत करते हैं”
नरूटो को गहरा झटका लगता है यह बात सुनकर।
मिजुकी नरूटो को अब मारना चाहता है लेकिन इरुका बीच में आ जाते हैं और खुद पर हमला झेलते हैं। उसे पाल नरूटो को एहसास होता है कि इरुका वाकई में मुझे पसंद करते हैं। नरूटो गुस्से में आकर हजारों शैडो क्लोन बनता है और मिजुकि बुरी तरह हराता है।
अंत – एक सच्चा बंधन
इरुका नरूटो से कहते हैं —
तुम मुझसे बहुत मिलते हो। मैं भी अकेला था.. लेकिन तुमने साबित कर दिया है कि तुम एक सच्चे निंजा हो। फिर हीरो का अपनी हेडबैंड उतार कर नरूटो को पहना देता है और नरूटो आखिरकार ग्रेजुएट हो जाता है।
एपिसोड 2 : मेरा नाम कोनोहमारु है!
शुरुआत – एक नाम और एक पहचान की लड़ाई
इस एपिसोड की शुरू होते ही उसे अकेलेपन के साथ जिसमें नरूटो अब तक जीता आया है पहली नजर में नरूटो एक शरारती मस्तिक और थोड़ा पागल लड़का लगता है परंतु उसकी मुस्कान उसकी हंसी के पीछे एक गहरा दुख दर्द छुपा हुआ है वह निंजा एकेडमी पंजाब से ग्रेजुएट तो हो जाता है परंतु गांव के लोग उसे आज भी अस्वीकार करते हैं। उनके लिए नरूटो सिर्फ एक जिन्चूरिकी है जो — उस भयानक नौ पुछ वाले रक्षक का जिसने सालों पहले गांव को तबाह कर दिया था
जब नरूटो गांव के रास्ते चलता है तो वहां के लोग उससे नज़रें चुराते हैं और उसको देखकर फुसफुसाते हैं और अपने बच्चों को उसे दूर रहने को कहते हैं। नरूटो बाहर से मुस्कुराता है परंतु अंदर ही अंदर वह टूट चुका होता है। उसे बस एक चीज चाहिए पहचान , वह पहचान जो लोग प्यार से इज्जत से लें। इसी वजह से उसका सपना है कि वह होकागे बनेगा, ताकि हर कोई उसे माने उससे बात करें।
कोनोहमारु की एंट्री : नन्हा राजकुमार लेकिन अकेला
तभी अचानक से दिलचस्प किरदार कोनोहमारु की एंट्री होती है। भले ही वह छोटा बच्चा हो परंतु वह सब की नाक में दम करने वाला स्वभाव रखता है। वह कोई सामान्य बच्चा नहीं है बल्कि तीसरे होकागे – हीरुजेन सरूतोबी का पोता है। परंतु उसे बच्चों की सबसे बड़ी समस्या यह थी कि उसे सब लोग उसके नाम से नहीं बल्कि उसके दादा का नाम से बुलाते थे। चारों ओर उसे होकागे का पोता बुलाते हैं।
कोनोहमारु नरूटो को चैलेंज करता है परंतु वह फिसल कर गिर जाता है। नरूटो उसको देखकर उसे हंसता नहीं है तथा उसका मजाक नहीं बनता है। बल्कि उसे एक नजर में समझ लेता है। यह वह पल होता है जहां दो अकेली आत्माएं एक दूसरे को पहचानती है। कोनोहमारु नरूटो का पीछा करता है और उसे अपना गुरु बना लेता है।
कोनोहमारु और नरूटो की दोस्ती : जो दिल से जुड़ जाती है
Naruto : नरूटो को यह सब पहले थोड़ा अटपटा या अजीब सा लगता है , परंतु वह बाद में कोनाहमारु को कुछ सीक्रेट जुत्सु सीखता है – और वह जुत्सु एडल्ट जुत्सु होता है जिसे देखकर हिडन लीव विलेज के थर्ड होकागे के नाक से खून निकल जाता है (कॉमेडी और शर्मिंदगी वाला सीन)
नरूटो को कोनोहमारु के लिए महसूस होता है कि कोनोहमारु मैं वही दर्द है जो उसमें है ।
और कोनोहमारु को महसूस होता है कि नरूटो कोई जोकर नहीं है बल्कि वह सच्चा निंजा फाइटर है जो पूरी दुनिया से लड़ रहा है स्वयं के लिए ।
प्रेरणा का संदेश
Naruto (नरूटो ) – कोनोहमारू को सीखता है कि होकागे बनना कोई मजाक नहीं होता इसमें मेहनत, त्याग और संघर्ष चाहिए होता है कोई शॉर्टकट तरीका नहीं होता है। यह वह सिख है जो नरूटो खुद भी समझ रहा होता है,परंतु दूसरों को भी सीखा रहा है।
एपिसोड 3 : सासुके और सकुरा (दोस्त या दुश्मन?)
टीम बनने का समय
इस एपिसोड की शुरुआत बिल्कुल एक नए मुड़ के साथ शुरू होता है नरूटो अब एक जेनिन बन चुका है। अब उसका अगला कदम है कि वह अपनी टीम के साथ असली मिशन करें। इरुका – सेंसई सभी बच्चों को अपनी क्लास बुलाते हैं और उन्हें यह बताते हैं कि आप सभी को अब तीन-तीन की टीम में बांटा जाएगा। और हर टीम को एक अनुभवी जोनिन गाइड करेगा।
Team 7 — जिसमें शामिल है :
- नरूटो उजुमकी – जो सबको चौंका देने का सपना रखता है
- सासुके उचिहा – एकेडमी का टॉपर शांत, लेकिन गहरी राजों से भरा
- सकुरा हारूनो – पढ़ाकू , सासुके की फैन और खुद की पहचान से अनजान
एक तरफा मोहब्बत
आप यहां से शुरू होता है कॉमेडी और दिल टूटने का सिलसिला। नरूटो सकुरा को बहुत पसंद करता है और वह उसके लिए कुछ भी कर सकता है लेकिन सकुरा नरूटो को बचकाना समझती है और वह सिर्फ सासुके के के पीछे दीवानी है।
सासुके शांत रहता है परंतु वह सब जानता है — जैसे नरूटो की कोशिशे , सकुरा की नकली मासूमियत और आसपास की वातावरण का हलचल
मजेदार घटनाएं
एक सीन में नरूटो टॉयलेट जाने से पहले सकुरा को इंप्रेस करने के लिए प्लानिंग करता है। वह परिवर्तन जुत्सु से स्वयं को सासुके में बदल लेता है और सकुरा से बात करने की कोशिश करता है और वह थोड़ी देर के लिए सच्चा समझती है और अपनी नाराजगी नरूटो पर निकालती है।
” नरूटो इतना बेवकूफ और चिढ़ाने वाला है, सासुके कभी ऐसा नहीं होगा “
सकुरा की यह बातें सुनकर नकली सासुके (यानी नरूटो) का दिल टूट जाता है और नरूटो का दिल अंदर से बहुत दुखी हो जाता है।
तभी अचानक से असली सासुके आ जाता है और पूरी प्लानिंग फ्लॉप हो जाती है और अचानक से नरूटो का पेट खराब हो जाता है और उसे टॉयलेट में बंद होना पड़ता है सीन बहुत फनी होता है लेकिन साथ ही नरूटो के दुख को भी दिखाया जाता है।
सासुके की नजरे : बहुत कुछ कहती है
सासुके भले ही काम बोलता है परंतु वह हर चीज को नोट करता है वह जानता है कि नरूटो कौन है और वह दिखावा कर रहा है या नहीं, यहां सच्चा महसूस करता है। उसे खुद से कोई लेना-देना नहीं है बल्कि उसका फोकस सिर्फ एक चीज पर है उसके अपने बड़े भाई हिटाची से बदला लेना है।
सकुरा की गलतफहमी
सकुरा अपने आप को बहुत स्मार्ट समझती है , बस वह लुक पर मरती है वह सासुके के गंभीरता को समझती नहीं है सिर्फ उसके हैंडसम चेहरे से प्रभावित है। नरूटो उसे बचकाना लगता है लेकिन वह देख नहीं पाती है कि नरूटो की कोशिश सबसे ज्यादा सच्ची है।
इरुका की बात और काकाशी की एंट्री का संकेत :
एपिसोड की आखिरी हिस्से में इरुका तीनों को समझाते हैं कि अब उनकी असली ट्रेनिंग शुरू हो चुकी है और उनका अगला मार्गदर्शक एक महान जोनिन निंजा होगा जिसका नाम : हाताके काकाशी
काकाशी का नाम सुनकर ही बाकी छात्र चौक जाते हैं, और उसके बारे में कई कहानियां हैं – कि वह लेट आता है, लेकिन बहुत ही खतरनाक निंजा है। Team 7 का मेंटर होगा।
निष्कर्ष
Naruto : इन एपिसोड में क्या खास था?
भावनात्मक स्तर पर :
Naruto (नरूटो) और कोनोहमारु की दोस्ती ने सिखाया है कि एक सच्चा लीडर वही होता है जो दूसरों की तकलीफों को समझता हो ।
सकुरा , नरूटो , सासुके का लव ट्रायंगल आपको हंसाता है और साथ ही सोचने पर मजबूर करता है।
नरूटो की मासूम और सच्ची भावनाएं उसे खास बनाती है।
तीनों किरदार अलग है लेकिन उनकी कहानी एक दूसरे से अब जुड़ने वाली है।